
Women Feel Colder Than Men: ऑफिस में एक तरफ एसी की ठंडी हवा में आराम से बैठे कुछ लोग होते हैं और दूसरी तरफ कुछ लोग स्वेटर में भी ठिठुरते हैं. अक्सर ये ठंड में कांपती हुई टीम की वो सदस्य होती हैं, जो बार-बार कहती हैं. “मुझे तो बहुत ठंड लग रही है.” घर में भी यही सीन, वही कमरा, वही तापमान, लेकिन पति को ठंड नहीं लग रही और पत्नी को रजाई भी कम लग रही है. तो सवाल उठता है कि, क्या महिलाओं को वाकई पुरुषों के मुकाबले ज्यादा ठंड लगती है?
महिलाओं का मेटाबॉलिज्म होता है थोड़ा धीमा होता है
महिलाओं का बेसल मेटाबॉलिक रेट पुरुषों की तुलना में थोड़ा कम होता है, यानी शरीर उतनी तेजी से ऊर्जा नहीं बना पाता है. मेटाबॉलिज्म जितना स्लो होगा, शरीर उतनी ही कम गर्मी पैदा करेगा.
ये भी पढ़े- गर्मी में गोंद कतीरा और दूध का कॉम्बिनेशन है बेस्ट, पीते ही इन समस्याओं की हो जाएगी छुट्टी
त्वचा के नीचे फैट की वजह से होता है
महिलाओं के शरीर में पुरुषों की तुलना में फैट यानी त्वचा के नीचे की वसा अधिक होता है. ये फैट शरीर की गर्मी को अंदर तो रखता है, लेकिन स्किन पर ब्लड फ्लो कम कर देता है. जिससे हाथ-पैर ज्यादा ठंडे लगते हैं.
ब्लड फ्लो और हार्मोन का कनेक्शन क्या है
महिलाओं में एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन शरीर के तापमान को प्रभावित करते हैं. ठंड के मौसम में ये हार्मोन शरीर के बाहरी हिस्सों में ब्लड फ्लो कम कर देते हैं, जिससे वो हिस्से जल्दी ठंडे हो जाते हैं.
शरीर का तापमान मैनेज कैसे करें
पुरुषों और महिलाओं के शरीर का सिस्टम अलग-अलग तरीके से काम करता है. पुरुषों का शरीर कोर बॉडी टेम्परेचर बनाए रखने के लिए ज्यादा हीट जनरेट करता है, वहीं महिलाओं का शरीर हीट को ज्यादा कंजर्व करता है.
साइकोलॉजिकल फैक्टर से लग सकती है ठंड
जानकारी के मुताबिक, महिलाओं की ठंड को महसूस करने की संवेदनशीलता ज्यादा होती है. यानी, वही तापमान पुरुषों को सामान्य लगेगा, लेकिन महिलाओं को अधिक ठंडा महसूस होगा.
अगली बार जब कोई महिला कहे कि “बहुत ठंड लग रही है”, तो ये सिर्फ नाटक नहीं, बल्कि बायोलॉजिकल हकीकत है. उनके शरीर की बनावट, हार्मोन और ब्लड फ्लो का तरीका उन्हें सच में ठंड का ज्यादा एहसास कराता है.
यह भी पढ़ें : पूरी तरह शुगर छोड़ने के फायदे तो जान गए होंगे, अब जान लीजिए क्या है इसके नुकसान
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.