
पंचांग के मुताबिक प्रदोष व्रत त्रयोदशी तिथि को होती है. आज शुक्रवार 9 मई को वैशाख शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि दोपहर 2:55 तक रहेग, इसके बाद त्रयोदशी तिथि लग जाएगी. प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल में होती है. इसलिए 9 मई को ही प्रदोष काल का व्रत-पूजन किया जाएगा.

आज प्रदोष काल में पूजा के लिए शाम 07:01 से रात 09:08 बजे कर का शुभ समय रहेगा. 2 घंटे 6 मिनट की इस अवधि में आप प्रदोष व्रत की पूजा कर सकते हैं. इसी के साथ प्रदोष व्रत पर कुछ विशेष उपायों को करने से विवाह संबंधी परेशानियां भी दूर होती है.

विवाह या वैवाहिक जीवन में परेशानी हो तो प्रदोष व्रत की पूजा में तांबे के पात्र में गंगाजल, गुड़, बेलपत्र, हरी मूंग की दाल, कनेर के फूल और शहद आदि मिलाकर शिवजी का अभिषेक करें.

वैवाहिक संबंध में यदि खुशहाली नहीं है तो आज के दिन सुहागिन महिलाओं को हरे रंग की चूड़ियां पहननी चाहिए और दान भी करनी चाहिए. ऐसा करने से वैवाहिक जीवन मजबूत होता है.

आज का प्रदोष व्रत शुक्रवार के दिन पड़ा है, इसलिए इसे शुक्र प्रदोष व्रत कहा जाएगा. शुक्र प्रदोष व्रत के दिन दूध, चीनी, दही, घी, चावल जैसी सफदे चीजों का दान करने से दांपत्य जीवन में मधुरता आती है.

शादी-विवाह में किसी तरह की अड़चन आ रही हो तो आज प्रदोष व्रत के दिन 108 बेलपत्र में चंदन से ‘श्री राम’ लिखकर महादेव को एक-एक कर अर्पित करें. इस उपाय से मनोकामना पूरी होती है और जातक को योग्य वर-वधू की प्राप्ति होती है. साथ ही विवाह में आने वाली बाधा भी दूर होती है.
Published at : 09 May 2025 09:27 AM (IST)