नालासोपारा: शहर के पश्चिम स्थित राहुल इंटरनेशनल स्कूल और मदर मेरी स्कूल को बम से उड़ाने का एक गुमनाम ईमेल आया है। यह ईमेल बुधवार सुबह करीब 4:30 बजे किया गया। इस घटना से हड़कंप मच गया है। नालासोपारा पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली वे मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी। नालासोपारा पश्चिम के श्री प्रस्थ में एक ही संस्थान के दो स्कूल और कॉलेज हैं, जिनका नाम राहुल इंटरनेशनल स्कूल और मदर मेरी इंग्लिश हाई स्कूल है। इस स्कूल में कक्षा 1 से 12 तक के छात्र पढ़ते हैं। बुधवार की सुबह करीब साढ़े चार बजे स्कूल प्रिंसिपल के ईमेल आईडी पर एक गुमनाम ईमेल आया जिसमें कहा गया था कि स्कूल में बम लगा दिया गया है और स्कूल को बम से उड़ा दिया जाएगा। इस घटना से हड़कंप मच गया है। स्कूल प्रबंधक और शिक्षकों ने इसकी सूचना नालासोपारा पुलिस को दी गई।
छात्रों को सुरक्षित निकाला गया बाहर
धमकी भरा ईमेल मिलने के बाद छात्रों को एहतियातन सुरक्षित बाहर निकाला गया और स्कूल की गतिविधियों को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया। फिलहाल तलाशी के दौरान कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है, लेकिन पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल की मदद से ईमेल की जांच में जुट गई है।
घटना से अभिभावकों और स्थानीय नागरिकों में चिंता का माहौल है। प्रशासन ने लोगों से संयम बनाए रखने और किसी भी अफवाह से बचने की अपील की है। इस बीच सुरक्षा के लिहाज़ से दोनों स्कूलों के आस-पास पुलिस बंदोबस्त बढ़ा दिया गया था।
800 किलो RDX रखने की अफवाह
राहुल इंटरनेशनल स्कूल और मदर मेरी स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी भरा ईमेल मिलने से परिजनों की भी नींद उड़ा दी,परंतु ईमेल में दावा किया गया था कि दोनों स्कूलों में 800 किलो RDX रखा गया है और अगर दोपहर 2 बजे तक स्कूल खाली नहीं किए गए तो धमाका कर दिया जाएगा।
राम मंदिर मुद्दे का दिया हवाला
ईमेल में राम मंदिर मुद्दे का हवाला देते हुए धमकी दी गई थी कि स्कूल में विस्फोटक रखा गया है और समय पर खाली नहीं किया गया तो जान-माल का भारी नुकसान होगा।वसई-विरार महानगरपालिका के अग्निशमन दल, बॉम्ब स्क्वाड, साइबर सेल, क्राइम ब्रांच यूनिट 3, और एंटी एक्सटॉर्शन सेल मौके पर पहुंचीं और पूरे स्कूल परिसर की बारीकी से तलाशी ली गई।


करीब दो घंटे तक जांच के बाद अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार का विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विशाल वळवी ने जानकारी दी कि यह एक अफवाह थी। पुलिस इसे गंभीरता से लेते हुए ईमेल भेजने वाले की तलाश में जुटी है। प्राथमिक जांच में ईमेल दक्षिण भारत से भेजा गया प्रतीत हो रहा है। पुलिस अब साइबर टीम की मदद से आरोपी तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।