
AC Temperature Impact Intimacy : गर्मियां आते ही सबके घरों में एसी चलना शुरू हो जाता है. इन दिनों ठंडे-ठंडे कमरे आपके लिए काफी आरामदायक हो सकते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि काफी ज्यादा कूलिंग आपकी और आपके पार्टनर की नजदीकियों को कम कर सकती हैं. जी हां, वैज्ञानिक रिसर्चों और मनोवैज्ञानिक के अनुसार, कमरे की बहुत ज्यादा ठंडक कपल्स के बीच इंटिमेसी को कम कर सकती है. यह एक दिलचस्प लेकिन कम चर्चा किया गया विषय है, जिस पर ध्यान देना जरूरी है.
रोमांटिक केमेस्ट्री पर पड़ता है असर
हमरा शरीर और मन दोनों गर्माहट और सहजता से जुड़े हैं. जब कोई कमरा अत्यधिक ठंडा होता है, जैसे कि एयर कंडीशनर का तापमान 20°C से नीचे सेट किया गया हो, तो शरीर की मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं और व्यक्ति असहज महसूस करने लगता है. ऐसे में शारीरिक संपर्क स्वाभाविक रूप से कम हो जाता है, जिससे कपल्स के बीच की रोमांटिक केमिस्ट्री पर असर पड़ता है.
जुड़ाव होने लगता है कम
विशेषज्ञों के अनुसार, शरीर जब सहज और गर्म वातावरण में होता है, तो ऑक्सिटोसिन और डोपामिन जैसे हैप्पी हार्मोन अधिक रिलीज होता है. ये हार्मोन प्यार, स्नेह और जुड़ाव को बढ़ावा देते हैं. लेकिन ठंडे कमरे में यह प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे मन और शरीर दोनों पर सुस्ती और दूरी का असर दिखने लगता है. यही कारण है कि बहुत से कपल्स अनजाने में ठंडे माहौल के कारण एक-दूसरे से कम जुड़ाव महसूस करते हैं.
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फिजिकल लैंग्वेज पर असर
कमरे का तापमान बहुत कम होता है, तो हम अक्सर कंबल या कपड़ों में लिपट जाते हैं, जिससे फिजिकल लैंग्वेज और निकटता पर भी असर पड़ता है. सर्द माहौल में रोमांटिक भावनाएं जागृत होना थोड़ा मुश्किल हो जाता है, खासकर तब जब शरीर ठंड से लड़ रहा हो. यही वजह है कि अक्सर रोमांटिक मूड को हम हल्की गर्माहट, धीमी रोशनी और आरामदायक माहौल से जोड़ते हैं.
इंटिमेसी बढ़ाने के लिए क्या करें?
अगर आप अपने पार्टनर के बीच इंटिमेसी को बढ़ाना चाहते हैं, तो कमरे का टेम्परेचर 24–26°C के बीच रखें ताकि कमरा आरामदायक बना रहे, लेकिन बहुत ठंडा न हो.
रात के समय AC टायमर सेट करें जिससे शरीर पर ठंड का लंबे समय तक असर न हो. इसके अलावा सॉफ्ट लाइटिंग और हल्की खुशबू रोमांटिक माहौल बनाने में मददगार होती हैं.
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