ब्रीद इन, ब्रीद आउट! नोट कर कर लीजिए लंग्स को हेल्दी बनाने वाली जबरदस्त एक्सरसाइज

Best Exercises for Lungs : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हमारी लाइफस्टाइल और खानपान खराब होती जा रही है. शहरों में पॉल्यूशन का लेवल भी बिगडड रहा है. जिससे हमारा श्वसन तंत्र (Respiratory System) कई तरह के प्रदूषण और तनाव का शिकार हो रहा है. ऐसे में फेफड़ों (Lungs) को हेल्दी रख पाना काफी चुनौती भरा है. हालांकि, अगर दिनचर्या नियमित रखी जाए और रोजाना सही एक्सरसाइज करें तो काफी मदद मिल सकती है. इससे न सिर्फ ऑक्सीजन क्षमता बढ़ाने में मदद मिलती है, बल्कि बल्कि फेफड़े मजबूत और लचीले भी बनाते हैं. आइए जानते हैं लंग्स के लिए बेस्ट एक्सरसाइज और उनके फायदे…

1. डायफ्रामेटिक ब्रीदिंग (Diaphragmatic Breathing)

कैसे करें 

पीठ के बल लेटकर या आरामदायक स्थिति में बैठकर करें.

एक हाथ छाती पर और दूसरा पेट पर रखें.

गहरी सांस लें और ध्यान दें कि आपका पेट फूले, छाती नहीं.

धीरे-धीरे सांस छोड़ें.

इसे 5-10 मिनट तक दोहराएं.

क्या हैं फायदे

फेफड़ों की ऑक्सीजन क्षमता बढ़ती है.

सांस लेने की कुशलता बेहतर होती है.

तनाव और चिंता को कम करता है.

2. पर्स्ड-लिप ब्रीदिंग (Pursed-Lip Breathing)

कैसे करें

गहरी सांस नाक से लें.

होंठों को हल्का सा सिकोड़कर धीरे-धीरे सांस छोड़ें.

इसे 5-10 मिनट तक करें.

क्या हैं फायदे

फेफड़ों में ऑक्सीजन फ्लो बेहतर होता है.

सांस लेने में आसानी होती है.

फेफड़ों में फंसी हवा को बाहर निकालने में मदद करता है.

3. प्राणायाम (अनुलोम-विलोम और कपालभाति)

कैसे करें

आरामदायक स्थिति में बैठकर एक नाक से सांस लें और दूसरी से छोड़ें.

कपालभाति में तेज गति से सांस छोड़ें और हल्की सांस अंदर लें.

क्या हैं फायदे

फेफड़ों की सफाई होती है.

रक्त संचार बेहतर होता है.

श्वसन तंत्र मजबूत होता है.

4. एरोबिक एक्सरसाइज (Aerobic Exercises)

कैसे करें

तेज चलना, दौड़ना, साइकिलिंग और तैराकी (Swimming) जैसी एक्सरसाइज करें.

कम से कम 30 मिनट रोज करें.

क्या हैं फायदे

हार्ट और लंग्स की क्षमता बढ़ती है.

ज्यादा ऑक्सीजन फेफड़ों तक पहुंचता है.

ओवरऑल हेल्थ बेहतर होता है.

5. स्ट्रेचिंग और योग (Stretching and Yoga)

कैसे करें

भुजंगासन (Cobra Pose), वज्रासन (Vajrasana) और ताड़ासन (Tadasana) करें.

रोजाना 15-20 मिनट तक योग करें.

क्या हैं फायदे

फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है.

ऑक्सीजन सप्लाई बेहतर होती है.

श्वसन प्रणाली मजबूत होती है.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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