
Good Friday 2025: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के रिज मैदान में स्थित ऐतिहासिक क्राइस्ट चर्च में शुक्रवार 18 अप्रैल 2025 को गुड फ्राइडे के अवसर पर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. दोपहर 12 बजे शुरू हुई इस सभा में शहर और आसपास के इलाकों से सैकड़ों की संख्या में ईसाई समुदाय के लोग जुटे.
प्रार्थना सभा में प्रभु ईसा मसीह के बलिदान को याद किया गया और विश्व शांति व मानव कल्याण के लिए दुआ मांगी गई. सभा की अगुवाई कर रहीं महिला पादरी विनीता रॉय ने ईसा मसीह के जीवन और उनकी शिक्षाओं पर प्रकाश डाला.
उन्होंने कहा कि “गुड फ्राइडे का दिन उस महान बलिदान की याद दिलाता है जब प्रभु यीशु ने मानवता के कल्याण के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए. आज की सभा में हम उन्हीं शिक्षाओं को दोहराते हैं- प्रेम, क्षमा और सेवा.” सभा के दौरान बाइबल के विभिन्न अंशों का पाठ किया गया और उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रभु के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी गई.
बता दें कि गुड फ्राइडे प्रभु यीशु के बलिदान के रूप में मनाया जाता है. वे धर्म और मानवता की रक्षा के लिए क्रूस पर चढ़ गए थे. इसलिए इस दिन को ब्लैक फ्राइडे भी कहते हैं. ईसाई लोग गुड फ्राइडे को शोक के रूप में मनाते हैं. यीशु मसीह को याद करने, चर्चा में आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल होने, बाइबल पढ़ने आदि के साथ ही इस दिन कुछ अन्य परंपराओं को भी निभाया जाता है.
- इस दिन लोग ‘हैप्पी गुड फ्राइडे’ नहीं कहते.
- गुड फ्राइडे के दिन दोपहर 3 बजे के बाद चर्चा की मोमबत्तियां बुझा दी जाती हैं.
- गुड फ्राइडे के दिन गिरिजाघरों की घंटी नहीं बजाई जाती है.
- इस दिन लोग काले रंग के कपड़े पहनते हैं.
- कई लोग इस दिन उपवास या मौन भी रखते हैं.
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