मोहिनी एकादशी व्रत पारण में क्या खाएं-क्या नहीं, जानें सही नियम, व्यर्थ चला जाएगा व्रत

Mohini Ekadashi 2025: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है. कहते हैं कि एकादशी का व्रत जो करता है उसके समस्त पाप धुल जाते हैं. एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है. वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी कहा जाता है.

मान्यता है कि इसके प्रभाव से जीवन में व्यक्ति मोह और अन्य विकारों से मुक्ति पाकर मोक्ष को प्राप्त होता है. इस साल मोहिनी एकादशी का व्रत 8 मई को था, अब इसका व्रत पारण द्वादशी तिथि पर किया जाएगा. आइए जानते हैं कैसे और किस मुहूर्त में करें मोहिनी एकादशी का व्रत पारण.

मोहिनी एकादशी व्रत पारण समय 2025

मोहिनी एकादशी का व्रत पारण 9 मई 2025 को सुबह 5.34 मिनट से सुबह 8.16 मिनट पर किया जाएगा. पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय 2 बजकर 56 मिनट.

मोहिनी एकादशी का व्रत कैसे खोलें

  • एकादशी व्रत का पारण अगले दिन यानी द्वादशी तिथि पर शुभ मुहूर्त में किया जाता है. इसके लिए सबसे पहले घर के मंदिर में गणेश जी और विष्णु जी का अभिषेक करें.
  • उन्हें हल्दी, कुमकुम, नारियल चढ़ाएं.
  • भोग लगाएं और ब्राह्मण को भोजन कराएं.
  • दान देने के बाद ही व्रत खोलना चाहिए.
  • इसके बाद एकादशी के दिन पूजा में चढ़ाए गए प्रसाद और तुलसी से व्रत खोलें, साथ ही व्रती को एकादशी व्रत खोलते समय चावल अवश्य खाना चाहिए, इसे शुभ माना जाता है.

न करें ऐसी गलती

  • एकादशी व्रत रखने वाले भक्तों को दोपहर के समय व्रत खोलने से बचना चाहिए.
  • हरि वासर के दौरान भूलकर भी व्रत न खोलें, अन्यथा पूजा और व्रत निष्फल हो जाएगा.
  • व्रत खोलते समय तामसिक भोजन न करें, बैंगन, लहसुन, प्याज, मसूर की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए. नहीं तो व्रत का फल नहीं मिलता है.

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