सीता नवमी पर करें ये उपाय, विवाह से जुड़ी हर समस्या होगी दूर

पंचांग के मुताबिक सीता नवमी वैशाख शुक्ल की नवमी तिथि को होती है, जोकि आज सोमवार 5 मई को है. आज के दिन जनक पुत्री और श्रीराम की अर्धांगिनी माता सीता के प्रकट होने का उत्सव मनाया जाता है.

सीता नवमी के दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना के लिए व्रत रखकर पूजन करती है. साथ ही सीता नवमी पर कुछ उपाय करने से शादी में आने वाली अड़चने भी दूर होती हैं. ज्योतिष में भी इन उपायों को कारगर माना गया है.

सीता नवमी के दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना के लिए व्रत रखकर पूजन करती है. साथ ही सीता नवमी पर कुछ उपाय करने से शादी में आने वाली अड़चने भी दूर होती हैं. ज्योतिष में भी इन उपायों को कारगर माना गया है.

किसी कारण विवाह में देरी हो रही है या रिश्ते की बात आगे नहीं बढ़ रही है तो सीता नवमी पर मां सीता को 16 श्रृंगार के सामना अर्पित करें. इसके बाद ‘श्रीजानकी रामाभ्यां नम:’ मंत्र की एक माला जाप करें.

किसी कारण विवाह में देरी हो रही है या रिश्ते की बात आगे नहीं बढ़ रही है तो सीता नवमी पर मां सीता को 16 श्रृंगार के सामना अर्पित करें. इसके बाद ‘श्रीजानकी रामाभ्यां नम:’ मंत्र की एक माला जाप करें.

मनचाहे वर की कामना के लिए सीता नवमी पर शाम के समय राम-सीता की एक साथ वाली मूर्ति या तस्वीर में पूजन करें. पूजा में मां सीता को लाल रंग की चुनरी और फूल चढ़ाएं और हाथ जोड़कर अपने मन की कामना कहें. ऐसा करने से माता सीता का आशीर्वाद मिलता है.

मनचाहे वर की कामना के लिए सीता नवमी पर शाम के समय राम-सीता की एक साथ वाली मूर्ति या तस्वीर में पूजन करें. पूजा में मां सीता को लाल रंग की चुनरी और फूल चढ़ाएं और हाथ जोड़कर अपने मन की कामना कहें. ऐसा करने से माता सीता का आशीर्वाद मिलता है.

सुखी वैवाहिक जीवन के लिए सीता नवमी के दिन पूजा में माता सीता को पीले रंग के वस्त्र में हल्दी की गांठ बांधकर चढ़ाएं. इससे वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ता है. अगर विवाह में दरी हो रही हो तो भी यह उपाय कर सकते हैं.

सुखी वैवाहिक जीवन के लिए सीता नवमी के दिन पूजा में माता सीता को पीले रंग के वस्त्र में हल्दी की गांठ बांधकर चढ़ाएं. इससे वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ता है. अगर विवाह में दरी हो रही हो तो भी यह उपाय कर सकते हैं.

विवाह के बाद संतान दांपत्य जीवन का सबसे बड़ा सुख होता है. अगर आप किसी कारण इस सुख से वंचित हैं तो, सीता नवमी के दिन अपने वैवाहिक जीवन से जुड़ा कोई सामान एक लाल रंग के कपड़े में बांधकर बेडरूम की अलमारी में रखकर उसके ऊपर कलावा बांध दें. इससे संतान सुख की इच्छा पूरी हो सकती है.

विवाह के बाद संतान दांपत्य जीवन का सबसे बड़ा सुख होता है. अगर आप किसी कारण इस सुख से वंचित हैं तो, सीता नवमी के दिन अपने वैवाहिक जीवन से जुड़ा कोई सामान एक लाल रंग के कपड़े में बांधकर बेडरूम की अलमारी में रखकर उसके ऊपर कलावा बांध दें. इससे संतान सुख की इच्छा पूरी हो सकती है.

Published at : 05 May 2025 09:10 AM (IST)

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